शनिवार, 17 अगस्त 2019
मंगलवार, 13 अगस्त 2019
सोमवार, 12 अगस्त 2019
रविवार, 11 अगस्त 2019
गुरुवार, 8 अगस्त 2019
शनिवार, 3 अगस्त 2019
कविता - राजा की अभ्यर्थना में दो शब्द
राजा की अभ्यर्थना में दो शब्द
हे राजन!
तुम महान हो।
तुम महान हो।
इस धरती पर तुम ईश्वर के रूप हो
इसलिए नहीं
इसलिए कि
ईश्वर जैसे विवादित अवधारणा से परे
अवधारणा नहीं तुम एकमात्र यथार्थ हो
इसलिए नहीं
इसलिए कि
ईश्वर जैसे विवादित अवधारणा से परे
अवधारणा नहीं तुम एकमात्र यथार्थ हो
कर नहीं सकता कोई दोष तुम्हें दूषित
हो नहीं सकता कोई पाप तुम पर साबित
नैतिकता और कानून से तुम मुक्त हो
सांसारिक अपराधों से असंपृक्त हो
हो नहीं सकता कोई पाप तुम पर साबित
नैतिकता और कानून से तुम मुक्त हो
सांसारिक अपराधों से असंपृक्त हो
तुम्हारे सलाहकार और मंत्री भी
उतने ही दिव्य हैं
क्योंकि,
वे ही देश हैं
वे ही दरवेश हैं
उनके लिए
जनता हव्य और औरतें भोग्य हैं
तुमसे भी अधिक वे योग्य हैं
उतने ही दिव्य हैं
क्योंकि,
वे ही देश हैं
वे ही दरवेश हैं
उनके लिए
जनता हव्य और औरतें भोग्य हैं
तुमसे भी अधिक वे योग्य हैं
हे राजन!
तुम महान हो।
तुम ही ज्ञेय हो
तुम ही ज्ञान हो।
000
कुबेर
तुम महान हो।
तुम ही ज्ञेय हो
तुम ही ज्ञान हो।
000
कुबेर
कविता - जमुनिया के डार
जमुनिया के डार: धनी धर्मदास के गीत
जमुनिया के डार मोर टोर देव हो ।
एक जमुनिया के चउदा डारो, सार सबद लेके मोर देव हो।
काया कंचन अजब पियाला, नाम बूटी रस घोर देव हो।
सुरत सुहागिन गजब पियासी, अमरित रस में बोर देव हो।
सतगुरू हमरे गियान जौहरी, रतन पदारथ जोर देव हो।
धरमदास के अरज गुंसाई, जीवन के बंदी छोर देव हो।
जमुनिया के डार मोर टोर देव हो ।
एक जमुनिया के चउदा डारो, सार सबद लेके मोर देव हो।
काया कंचन अजब पियाला, नाम बूटी रस घोर देव हो।
सुरत सुहागिन गजब पियासी, अमरित रस में बोर देव हो।
सतगुरू हमरे गियान जौहरी, रतन पदारथ जोर देव हो।
धरमदास के अरज गुंसाई, जीवन के बंदी छोर देव हो।
शुक्रवार, 2 अगस्त 2019
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