आदमी की कोटियाँ
दो कोटियाँ प्रचलित हैं आदमी की -
नमक हलाल और नमक हराम
नमक हलाल और नमक हराम
नमक और आदमी का संबंध
कोटियों का संबंध है
आदमी की कोटियाँ तय करता है नमक
नमक चाहता है खून बन जाना
खून चाहता है पसीना बन जाना
और
श्रमशीलों के माथे से
बह जाना
शिव के सिर से बहती है - जैसे गंगा
पसीना बनकर बहता हुआ नमक
आदमी को आदमी बनाता है
पसीना बनकर बहता हुआ नमक
आदमी को शिव बनाता है
पसीना बनकर बह जाना
नमक की सार्थकता है
और पसीना बहाना आदमी की।
000 kuber
आदमी की कोटियाँ तय करता है नमक
नमक चाहता है खून बन जाना
खून चाहता है पसीना बन जाना
और
श्रमशीलों के माथे से
बह जाना
शिव के सिर से बहती है - जैसे गंगा
पसीना बनकर बहता हुआ नमक
आदमी को आदमी बनाता है
पसीना बनकर बहता हुआ नमक
आदमी को शिव बनाता है
पसीना बनकर बह जाना
नमक की सार्थकता है
और पसीना बहाना आदमी की।
000 kuber
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