भाषा और व्याकरण
’य’ और ’व’ के पूर्व अल्पप्राण और महाप्राण ध्वनियाँ
हिंदी में कुछ शब्द; विशेष रूप से जिन शब्दों में ’य’ अथवा ’व’ के साथ अन्य ध्वनियाँ संयुक्त होती हैं; की वर्तनियाँ भ्रमित करती हैं। जैसे - उज्वल, उज्ज्वल और उज्जवल। इन तीनों में सही वर्तनीवाले शब्द का चयन करना जरा कठिन है। विचार करें तो उच्चरित ध्वनियों के अनुसार ’उज्जवल’ सरासर गलत है क्योंकि ’ज’ के बाद स्वर ध्वनि का उच्चारण नहीं होता। ’आधुनिक हिंदी व्याकरण और रचना’ (23 वाँ संस्करण, पृ. 52) में ’उज्ज्वल’ को सही माना गया है। परंतु मुझे ’उज्वल’ सही लगता है। अपने समर्थन में मैं निम्न तर्क प्रस्तुत करना चाहूँगा -
कृपया निम्न सारणी का अवलोकन कीजिए। यहाँ ’य’, ’व’ और कुछ अन्य वर्णों के साथ अल्पप्राण और महाप्राण ध्वनियाँ संयुक्त होनेवाले कुछ शब्द, उनके उच्चारण की ध्वनियाँ और उनकी प्रचलित वतर्नियाँ दिये गये हैं।
क्र. शब्द उच्चारण प्रचलित वर्तनी
(य के साथ अल्पप्राण ध्वनियाँ संयुक्त होने पर)
01 उपन्यास उपन्न्यास उपन्यास
02 प्राच्य प्राच्च्य प्राच्य
03 वन्य वन्न्य वन्य
04 अन्याय अन्न्याय अन्याय
टीप:-य के साथ संयुक्त होनेवाली अल्पप्राण ध्वनियों का, उच्चारण में द्वित्व हो जाता है।
(य के साथ महाप्राण ध्वनियाँ संयुक्त होने पर)
05 लभ्य लब्भ्य लभ्य
06 सभ्य सब्भ्य सभ्य
07 अभ्यास अब्भ्यास अभ्यास
08 अध्यादेश अद्ध्यादेश अध्यादेश
टीप:- य के साथ संयुक्त होनेवाली महाप्राण ध्वनियों के साथ उसके पूर्व के अल्पप्राण ध्वनि का भी उच्चारण हाता है।)
(व के साथ अल्पप्राण ध्वनियाँ संयुक्त होने पर)
09 तत्व तत्त्व तत्व
10 स्वत्व स्वत्त्व स्वत्व
11 व्यवहार व्यव्वहार व्यवहार
12 प्रज्वलन प्रज्ज्वलन प्रज्वलन
13 प्रज्वलित प्रज्ज्वलित प्रज्वलित
14 उज्वल उज्ज्वल उज्ज्वल, उज्जवल, उज्वल
टीप:- व के साथ संयुक्त होनेवाली अल्पप्राण ध्वनियों का, उच्चारण में द्वित्व हो जाता है।
15 सिद्ध सिद्द्ध सिद्ध
16 जन्म जन्न्म जन्म
टीप:- यहाँ भी संयुक्त होनेवाली अल्पप्राण ध्वनियों का, उच्चारण में द्वित्व हो जाता है।
कृपया ध्यान दीजिए -
’उपन्यास’ का उच्चारण उपन्न्यास होता है क्योंकि य के साथ संयुक्त होनवाली ध्वनि ’न्’ अल्पप्राण ध्वनि है और उसका द्वित्व हो जाता है। परंतु उसकी वर्तनी उपन्यास है। ’अभ्यास’ का उच्चारण ’अब्भ्यास’ होता है क्योंकि ’भ्’ महाप्राण ध्वनि है और उसके साथ उसके पूर्व की अल्पप्राण ध्वनि ब् का उच्चारण हाता है। परंतु उसकी वर्तनी ’अभ्यास’ है। इसी प्रकार अध्यादेश का उच्चारण अद्ध्यादेश होता है। परंतु उसकी वर्तनी ’अध्यादेश’ है। उसी तरह उज्वल शब्द का उच्चरण करने पर व के साथ संयुक्त होनेवाली अल्पप्राण ध्वनि ’ज्’ का द्वित्व हो जाता है और उसका उच्चारण उज्ज्वल होता है परंतु उसकी वर्तनी ’उज्वल’ ही होगी।
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