सोमवार, 4 मार्च 2019

व्यंग्य

बहुपठित गद्यांश:-

’’जीव इस संसार में बार-बार जन्म लेता। चौरासी लाख योनीयों (जीवधारियों) में भटकता है।’’ 

इस बहुपठित गद्यांश के आधार पर सही विकल्प चुनकर निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए -

प्रश्न 1 - ’चौरासी लाख’ योनीयों का आकड़ा - 
(अ) प्राचीन ऋषियों के द्वारा गिना गया है
(ब) प्राचीन जीवविज्ञानियों द्वारा सूचीबद्ध किया गया है
(स) केवल आस्था का विषय है
(द) ’अंध’विश्वास पर आधारित है।

प्रश्न 2 - चौरासी लाख योनीयों का उल्लेख और विवरण मिलता है - 
(अ) वेदों में
(ब) पुराणों में
(स) जीवविज्ञान की पुस्तकों में
(द) यह ’आस्था’विश्वास पर आधारित  है।

प्रश्न 3 - आज बहुत सारी योनीयों (प्राणियों) के विलुप्त हो जाने से चौरासी लाख योनीयों की श्रृंखला 
का चक्र टूट चुका है -
(अ) यह गलत है
(ब) प्राणियों का विलुप्तिकरण अस्थायी है, समय आने पर ये पुनः प्रगट होंगे
(स) इस तरह का प्रश्न करना घोर पाप कर्म है
(द) उपर्युक्त तीनों सही है।

प्रश्न 4 - प्राणियाँ विलुप्त हो रही हैं, ऐसा मानना ही -
(अ) गलत है
(ब) अधार्मिक कृत्य है
(स) धर्मद्रोह है
(द) राष्ट्रद्रोह है।

प्रश्न 5 - विलुप्त हो रही योनीयों पर पुनर्जन्म न होने का कारण है -
(अ) विलुप्त हो रही प्राणियाँ मोक्ष प्राप्त कर जन्म-मरण चक्र से मुक्त हो जाते हैं
(ब) ईश्वर ने विलुप्त हो रही प्राणियों का पुर्निनिर्माण करना बंद कर दिया है
(स) विलुप्त हो चुके प्राणियों को इस समय ईश्वर मनुष्य योनी में भेज रहे हैं
(द) उपर्युक्त तीनों सही है।
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