बुधवार, 1 मई 2019

अनुवाद

सुखांत - अंतोन चेखव


हेड कंडक्टर के काम करनेवाला निकोलाई निकोलाएविच स्टिचकिन ह छुट्टी के दिन लुबोव ग्रिगोर्येव्ना नाम के खास महिला ल अपन घर बलाइस। वोला वोकर से एक जरूरी बात करना रिहिस। लुबोव ग्रिगोर्येव्ना ह चालीस बरिस के एक सुदर, दिलेर अउ नामी महिला रिहिस। वो ह बिहाव के रिस्ता जोड़े के अउ बिहाव कार्यक्रम के जम्मों बेवस्था जमाय के काम करय। लोगनमन वोकर ये काम के मजाक तको उड़ावंय अउ तारीफ घला करंय। 

सदा गंभीर रहनेवाला निकोलाई स्टिचकिन ल हँसी-मजाक करना पसंद नइ रिहिस तभो ले वो तनिक लजावत-लजावत सिगार सुलगावत किहिस, ’’आपसे मिलके मोला बड़ खुसी होइस। आपके बारे म मोला समोन इवानोविच ह बताय रिहिस। मोला अइसे कुछ समस्या हे जउन ह सोझ-सोझ मोर निजी जीवन अउ जीवन के सुख-सुविधा ले जुड़े हे। लुबोव ग्रिगोर्येव्ना! आप तो देखतेच् हव कि मंय ह बावन साल के अवस्था ल पार करनेवाला हंव। बावन के अवस्था म तो कतरो झन के लोग-लइकामन बर-बिहाव करे के लाइक हो जाथें। भले मोर तीर जादा धन-दौलत नइ हे फेर मंय ह बहुत अच्छा पद म काम करथंव अउ एक प्रेमिका या पत्नी अउ होनेवाला बाल-बच्चामन के बहुत बढ़िया लालन-पालन कर सकथंव। मंय ह आप ल साफ-साफ बता देना चाहथंव कि तनखा के अलावा घला बैंक म मोर मोर बहुत पइसा जमा हवय। ये सब मोर ईमानदारी अउ मेहनत ले कमावल पइसा हरे। मंय ह एक गंभीर अउ नियम-संयम वाला आदमी हरंव। ईज्जत अउ सम्मान के जिंदगी पसंद करथंव, जउन ह दूसरमन बर उदाहरण बन सकथे। मोर कना सब हे; नइ हे ते बस मोर परिवार, परिवार के अपनापन, पत्नी अउ बाल-बच्चा। मोर हालत ह घर-घर घूम के समान बेचइया फेरीवाला मन कस हे, जेकर जीवन म परिवार के सुख नइ रहय। मोर दुख-सुख बाँटनेवाला, हारी-बीमारी म एक गिलास पानी के पूछनेवाला कोनों नइ हे। अउ, लुबोव ग्रिगोर्येव्ना, मोर ये सब बताय के एक कारण अउ हे, वो ये कि समाज म डिड़वा मनखे के तुलना म बिहाता, धर-परिवारवाले मनखे के जादा कदर होथे। मंय ह पढ़े-लिखे हंव, मोर कना धन-दोगानी सब हे, तभो ले बिना परिवार के बता, मोर कना का हे? मंय ह का हंव? एक ब्रह्मचारी, जउन ह घर-परिवार ले दुरिहा रहे के परण करे होय। बिना परिवार के मंय ह कुछूच् नइ हंव। इही सब बातमन ल सोच के मंय ह कोनो योग्य महिला संग बिहाव करना चाहथंव। मोर इही इच्छा हे।’’

’’बहुत अच्छा बिचार हे।’’ बिहाव करइया दलाल के अपन पेसा ल निभावत लुबोव ह लंबा सांस भर के किहिस।

’’मंय ह अब सेवानिवृत्त होनेवाला हंव। ये सहर म मोर कोनों जान-पहिचानवाला नइ हे। हर आदमी मोर बर पराया हे, ये हालत म मंय हा अउ कहाँ जा सकथंव। काकर से सलाह मसविरा कर सकथंव? इही कारण से सिमोन इवानोविच ह मोला तोरे सरीख आदमी तीर जाय के सलाह देय हे, जेकर काम दूसर के जीवन म खुसी भरना अउ वोकर जीवन ल संवारना हे। मोर प्रार्थना हे, मोर जीवन ल संवारे म आप मोर मदद करव। आप सहरभर के लड़कीमन के बारे म पूरा जानकारी रखथव। आपेमन मोर सहायता कर सकथव।’’

’’हाँ, बिलकुल। अइसन हो सकथे।’’ 

’’आप पानी पी लव। कृपा करके पानी पी लव।’’

सहज भाव म लुबोव ह पानी के गिलास ल अपन ओंठ म लगाइस अउ एके घांव म पूरा गिलास ल खाली कर दिस। ’’बिलकुल हो सकथे। वो ह जवाब दिस, ’’पर आप कइसन लड़की ल अपन दुलहिन बनाना चाहथव निकोलाई निकोलाएविच महोदय?’’

’’मंय ह...., जइसन मोर किसमत म लिखाय होही।’’

’’बिलकुल सही कहना हे आपके। बर-बिहाव ह सचमुच किसमत के बात होथे। तभो ले हर आदमी के अपन पसंद होथे। अपन एक समझ होथे। कोनों ल करिया बाल वाले लड़की पसंद आथे, त कोनों ल भुरवा बालवाले।’’

लंबा सांस भर के स्टिचकिन ह किहिस, ’’लुबोव ग्रिगोर्येव्ना, मंय ह एक गंभीर प्रवित्ति के अउ उत्तम चरितवाले मनखे हरंव। मोर निगाह म सुंदरता अउ रंग-रूप के कोनों मायने नइ हे। आपो घला जानथव, चेहरा-मोहरा ह सबकुछ नइ होवय। जादा सुंदर पत्नी ह दुख अउ परेसानी के करण घला बन जाथे। मोर हिसाब से सुदर औरत के माने वोकर रंग-रूप अउ सरीर के सुदरता नइ होवय। असली सुंददरता तो चरित्र हर होथे, जउन ह बाहिर ले नइ दिखय। मोर मतलब हे कि रंग-रूप चाहे जइसन होय, वो ह दिल से उत्तम होना चाही। गुनवंती होना चाही।........ कृपा करके आप एक गिलास पानी अउ पी लव।......  अउ जादा अच्छा रही कि मोला एक स्वस्थ पत्नी मिले। फेर आपसी तालमेल अउ एक-दूसर ल समझनेवाली लड़की के सामने ये स्वस्थ्य वगैरह ह घला कोनों जादा मायने नइ रखय।  अउ मंय तो यहू कहिथंव कि जादा समझदार लड़की ह घला बेकार होथे, काबर कि जादा समझदार मन ह खाली अपने बारे म जादा सोचथें, जादा दिमाग चलाथें, उंकर दिमाग म दुनियाभर के बात आवत रहिथे। ..... कहे के बात तो नो हे पन आजकल संसारभर म पढ़ाई-लिखाई के महत्तम बाढ़त हे, फेर खाली ’पढ़ाई अउ पढ़ाई’, यहू ह बने नो हे। पत्नी ह फ्रेंच, जर्मन, अउ अइसने बहुत अकन भासा जाननेवाली होय तभो ले येकर का फायदा यदि वो ह सुजी म धागा डारेबर घला नइ जानय। मोर खानदान म सब पढ़ेलिखे हवंय। मोर पहुँच राजकुमार तक हे, तभो ले मंय ह एकदम साधारण इंसान हरंव। मोला बिलकुल सीधी-सादी अउ मोर खतिर चिंता करनेवाली लड़की मिल जाय, जउन ह मोर जीवन ल खुसी ले भर देय, ते आपके बहुत किरपा होही।’’

’’एकदम वाजिब बात हे।’’

’’ठीक हे। अब सबले जरूरी अउ असली मुद्दा के बात कहिथंव, मोला दुलहिन के रूप म कोनों अमीर लड़की नइ होना। कोनों मोला पइसा के लालची कहंय, पइसा के लालच म बिहाव करत हे कहंय, ये बात मोला सहन नइ होही। मंय ह अपन घरवाली के कमाई के रोटी खानेवाला इंसान नो हंव। मंय चाहथंव कि वो ह मोर जतका कमाई हे वोतका म प्रेम से गुजारा करय। मोर परिस्थिति ल समझ के चलय। .. तभो ले, मोला गरीब लड़की नइ होना। हालाकि मंय ह तौर-तरीकावाला आदमी हरंव, पइसा खातिर नहीं, प्यार खातिर बिहाव करत हंय तभो ले गरीब लड़की बिलकुल नइ चलय काबर कि आप ल तो पतच् हे, आजकल महंगाई कतका बढ़ गे हे, अउ आगू चलके बाल-बच्चा तो घला होही न।’’

’’मंय ह दहेजवाली लड़की घला खोज सकथंव।’’ लुबोव ग्रिगोर्येव्ना ह किहिस।
’’कृपा करके आप थोरिक पानी अउ पी लव।’’

दूनों झन तकरीबन पाँच मिनट चुपपाप बइठे रिहिन। आखिर म बिहाव के दलाली करइया लुबोव ह जम्हावत-जम्हावत अउ कंडक्टर महोदय ल तिरछहूँ देखत, अपन काम के बात ल आगू बढ़ात किहिस, ’’अउ गलती से ....... कुँआरी छोकरीमन कइसे रही? मोर कना अइसनो सौदा हे, एक झन ह फ्रेच हरे अउ दूसर ह ग्रीक नस्ल के। दूनों झन ह बढ़िया हें।’’

स्टिचकिन ह तनिक सोच के कहना सुरू करिस, ’’नहीं जी, धन्यवाद। अब अगला, असामी के संग आप के का सौदा होही अउ ये काम के आप मोर से कतका लेहू, एकर बारे म मंय आप से कुछू पूछ सकथंव?’’

’’मंय ह जादा के उम्मीद नइ करंव। मोला बस, पच्चीस रूबल के एक ठन नोट अउ काम हो जाय के बाद एक ठन डरेस होना। आपके कृपा होही। अउ कहू दहेज-डोर के बात होही, तब बात अलग हे। तब आप ल अलग से अउ देयबर लगही।’’

स्टिचकिन ह अपन दूनों हाथ ल अपन छाती म मढ़ा के सौदा के ये सरत ऊपर बिचार करिस अउ सांस ले के किहिस, ’’ये तो बहुत जादा हे।’’

’’अरे नहीं! बिलकुल जादा नइ हे। पहिली के जमाना म, जब ये काम के बहुत मांग रिहिस, तब हम कम पइसा लेवन। फेर आजकल के हिसाब से हमला मिलथेच कतका? अब महीना भर म पच्चीस रूबल के दू ठो नोट मिल जाय ते हमर भाग खुल गे समझो। अउ आप तो जानतेच हव, साधारण बिहाव म तो हमला कुछू मिलबेच नइ करय।’’

स्टिचकिन ह वो महिला डहर देख के अउ अपन खांद ल उचका के किहस, ’’आपके मतलब हे कि महीनाभर म पच्चीस रूबल के दू ठन नोट के कमाई ह कम हे?’’

’’बहुत कम। पहिली के जमाना म तो हम एक महीना म सौ रूबल तक कमा लेवन।’’

’’मंय तो सोचे तको नइ रेहेंव कि कोनों महिला ह अइसन कारोबार म अतका कमा सकथे। पच्चीस रूबल! महीना म अतका कमाना हर आदमी के बस के बात नइ हे। आप थोकुन अउ पानी पी लव।’’

लुबोव ह पलक झपकत गिलास ल खाली कर दिस। स्टिचकिन ह वोला ऊपर ले खाले तक देखिस अउ बोलिस, ’’पच्चीस रूबल महीना ...... मतलब एक साल के छै सौ रूबल। गिलास भर के अउ पानी पी लव ..... आपके जतका कमाई हे ...लुबोव ग्रिगोर्येव्ना, आप अभी तक कुँआरी कइसे बइठे हव? आप तो आसानी से अपनबर कोनों ल चुन सकत रेहेव।’’

’’मोर बर? लुबोव ग्रिगोर्येव्ना ह हँस के किहिस, ’’मंय तो अब डोकरी हो गे हंव।’’

’’बिलकुल नहीं,... आप तो अभी तक काफी खूबसूरत हव। भरे-पूरे चेहरा हे आपके। अउ बाकी सब खूबी आप म हे।’’ 

लुबोव ह अपन तारीफ सुन के लजा गिस। स्टिचकिन ह घला लजा गे अउ वोकर नजीक म जा के बइठ गे अउ केहेलगिस, ’’सच्ची, मंय ह सच कहिथंव। आप ककरो संग बिहाव रचा लव, जउन समझदार होय अउ सोच-समझ के खरचा करनेवाला होय। वोकर तनखा अउ आपके मकाई, दुनों ल मिला के आप बहुत सुखी जीवन जी सकथव।’’

’’छी.. निकोलाई निकोलाएविच, आप कइसे बात करथव...’’
’’काबर? सच तो कहत हंव।’’

दुनो झन चुप हो गें। पलभर बाद स्टिचकिन ह अपन नाक ल पोंछिस अउ लुबोव ह जेकर चेहरा ह सरम के मारे ललिया गे रिहिस, कनखहूँ देखत-देखत पूछिस, ’’महीना के आप ल कतका तनखा मिलथे, निकोलाई निकोलाएविच?’’

’’कोन ल? मोला? पचहत्तर रूबल, बोनस अलग। थोड़ा बहुत चर्बी के मोमबत्ती बना के अउ खरगोस म घला कमा लेथंव।’’

’’मतलब सिकार करके?’’
’’अरे नहीं जी। बिना टिकट के यात्रा करइया यात्रीमन ल हमन खरगोस कहिथन।’’

एक घांव अउ खामोसी छा गिस। फेर स्टिचकिन ह हड़बड़ा के उठिस अउ एती-वोती टहले लगिस। अउ तनिक रुक के किहिस, ’’मंय ह कोनों मोटियारी टुरी ल अपन घरवाली नइ बनाना चाहंव। मंय ह खुद अधेड़ उमर के आदमी हंव। मोला तो लगभग वइसने छोकरी होना, जइसन आप हव। गंभीर अउ अत्मसम्मानवाली। अउ भरेपूरे सरीरवाली, जइसन कि आप हव।’’

लुबोव ग्रिगोर्येव्ना ह खुलखुल हँसे लगिस। वोकर चेहरा ह बैजंती कस ललिया गे रिहिस। अपन मुँहू ल उरमाल म लुकावत, लजावत किहिस, ’’मोर ऊपर आप दया करव। आप ये का कहत हव।’’

’’येमा अतका सोचे के का बात हे? तंही ह अइसे लड़की हस जउन ह मोर मन ल भा सकथे। मय जउन चाहथंव वो सब गुन आप म हे। मंय ह एक ईमानदार अउ संयमी आदमी हंव। अउ कहंू आप मोला पसंद कर लव तब एकर ले अच्छा बात अउ का हो सकत हे? अब तो बस, आप अपन हाथ मोला संउप दव।’’

खुसी के मारे लुबोव ग्रिगोर्येव्ना के आँखी डबडबा गे। वोकर गाल म आँसू के बूँद टपके लगिस। वो ह स्टिचकिन के प्रस्ताव ल मानगिस।

’’तो ठीक हे।’’ होनेवाला प्रसन्न पति ह कहे लगिस, ’’मंय ह आप ल बताना चाहथंव कि मंय ह आप के संग कइसन जिंदगी बिताना चाहथंव। मंय ह एक दृढ़, संयमी अउ ईमानदार आदमी हरंव। दुनियादारी के मोला पूरा समझ हे। मंय ह अपन घरवाली म घला अइसने बात चाहथंव। यहू चाहथंव कि वो ह ये बात ल समझे कि मही ह वोकर रक्षा करनेवाला अउ वोकर खातिर दुनिया के पहिली इंसान हरंव।’’

स्टिचकिन ह लंबा सांस भरिस अउ अपन होनेवाली घरवाली ल बिहाता जीवन अउ वोकर जवाबदारी के बारे म बतावन लगिस।
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