मंगलवार, 15 अक्तूबर 2013

राम पियारी म दुरगा जागीस


रामपियारी म दुरगा जागीस

 ( छत्तीसगढ़ी कहानी संग्रह )
रूपेन्द्र पटेल

रामपियारी म दुरगा जागीस रूपेन्द्र पटेल की तेरह छत्तीसगढ़ी कहानियों का संग्रह है. कहानियों में समाज में व्याप्‍त विभिन्‍न समस्याओं और कुप्रथाओं के विरूद्ध संघर्ष का चित्रण है..

भरम और मर्द में पुरूष प्रधान समाज में पुरूष के अंध अभियान का चित्रण है तो पीरा ले मया जनमथे में बांझत्व निवारण हेतु बैगाओं से मोहभंग की कथा का वणर्न है. नोनी में कन्या भू्रण हत्या में स्वयं महिलाओं की सहमति का विरोध एहा उमर में नामक कहानी में अधेड़ अवस्था में बेटा की चाहत में दूसरे विवाह का विरोध, उढ़रिया में बेमेल विवाह के कारण पत्नी का नौकर के साथ भाग जाना, बिहिनिया के भुलाय व संस्कार में बहू का आत्मचिंतन, मरजाद के खातिर में कुरूप अविवाहित बेटी द्वारा शिक्षा प्राप्‍त कर आत्मनिभर्र होने की कहानी, अगी में अदालती चक्‍कर में गाँव  में दलबंदी तथा अपन भुंइयां में पलाय न से मोहभंग की कहानी को चि त्रित किया गया है.

शीषर्क कहानी रामपियारी म दुरगा जागीस की कथानक बौद्धिक बहस की मांग करती है. शराबी पति के उत्पीड़नों से त्रस्त रामपियारी में दुर्गा का अवतरण होना और शराबी पति को थप्पड़ मारना, भारतीय  समाज में एक क्रांतिकारी घटना की शुरूआत है. कथानक काल्पनिक नहीं है.इक्‍कीसवीं सदी के भारतीय  समाज में यह कथा ही सही ऐसी घटनाएं घटित हो रही है.  पति का दर्जा परमेश्वर का हो और पत्नी दासी बनी रहे, पति का हर अत्याचार सहती रहे ऐसा लिंग आधारित सामाजिक असमानता आज के जागृत, संघषर्शील और पुरूष प्रधानता के बंधनों से मुक्‍त होने की प्रबल इच्छा प्रेरित नारी मन को स्वीकार्य नहीं. यह उनकी बेचैनी और छटपटाहट की अनुगूँज है. नारी समाज द्वारा सामाजिक समानता हेतु संघर्षों की शुरूआत है. यद्यपि पितृसत्तात्मक राजसुख उद्भिद्, छद्म, पौरूष अहंकार को राम पियारी में दुर्गा का यह अवतरण सहज स्वीकार्य नहीं होगा परन्तु यह इतिहास सिद्ध सत्य  है कि जहाँ - जहाँ आसुरी शक्तियों के समक्ष त्रिदेव की शक्तियां निबर्ल और निश्तेज हुई है, वहाँ - वहाँ नारियों में दुर्गा का अवतरण हुआ है.

संग्रहीत कहानियों का शिल्प लघुकथात्मक है. अपन भुइंया कहानी किसी लंबी कहानी का संक्षेप प्रतीत होती है. इसके बावजूद इन कहानियों में नैतिकता का संदेश अंतनीर्हित है. नव साक्षर साहित्य  के रूप में यह उपयोगी सिद्ध होगी.आंचलिक शब्‍दों को समेटे इस संग्रह की भाषा से छत्तीसगढ़ी शब्‍दकोश भी समृद्ध होगा.

kuber


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