सोमवार, 30 अक्तूबर 2017

चित्र कथा





29 अक्टूबर 2017 को शिचनाथ साहित्यधारा डांगरगाँव द्वारा कबीरमठ, नांदिया, जि-राजनांदगाँव में आयोजित साहित्यिक परिचर्चा में अध्यक्षता एवं अध्यक्षीय वक्तव्य। मंच पर मठ के मुख्य मठाधिकारी पूज्य मंगल साहेब के साथ। परिचर्चा का विषय था - ’’कबीर की उलटबासियाँ’’ अर्थ एवं वर्तमान में प्रासंगिकता।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें