29 अक्टूबर 2017 को शिचनाथ साहित्यधारा डांगरगाँव द्वारा कबीरमठ, नांदिया, जि-राजनांदगाँव में आयोजित साहित्यिक परिचर्चा में अध्यक्षता एवं अध्यक्षीय वक्तव्य। मंच पर मठ के मुख्य मठाधिकारी पूज्य मंगल साहेब के साथ। परिचर्चा का विषय था - ’’कबीर की उलटबासियाँ’’ अर्थ एवं वर्तमान में प्रासंगिकता।
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